सोमवार, 11 जुलाई 2022

ऐसा धर्म रच डालो जो मानवता की बात करें ना किसी पर कटाक्ष करें ना किसी पर आघात करें।।

 ऐसा धर्म रच डालो

जो मानवता की बात करें

ना किसी पर कटाक्ष करें

ना किसी पर आघात करें।।

छोटे बड़े कि बात नहीं

एक सा सब का रात कटें

ना किसी को टेंशन हो

ना कोई किसी पर धात करें

ऐसा धर्म रच डालो......


कोई भय में ना जिए

कोई किसी का न प्रयाय चले

ऐसा मन में भाव भरों

वैसा जग में कार्य करों

ऐसा धर्म रच डालो.....


नफरत ना हो नादान काया सा

ऐसा बचपन कि ऐहसास करें

मिठी-मिठी बातों से

सब-सब का सत्कार करें

ऐसा धर्म रच डालो.....


मोह माया में न रहे लिप्त

त्याग तपस्या सा व्यवहार करें

सादा जीवन जिए सदा

पवित्र उसका चरितार्थ रहें

ऐसा धर्म रच डालो.....

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