सोमवार, 20 जून 2022

वह मगरुर है ऐसे प्यार में

 वह मगरुर है ऐसे प्यार में 

की उसे समझ ना आता अंतर

यार और रिश्तेदार में

❤👼❤👲❤❤❤
संदीप कुमार
Sandeep Kumar


बे लहजे बे हिचक

खोल देता चिट्ठी परिवार में

हया भी बेच आया

वह मुहब्बत के बाजार में।।


पहन कर पजामा लिए हाथ में कुर्ता

चलता सफर में सीना तान के

अडिग अटल है वह

अपने प्रतिष्ठा और स्वाभिमान में।।


आंच ना आने देता जरा सा

अपने निष्ठा के सम्मान में

सर झुकाता है वह बस

अपने प्यार के आन बान सान में।।


तनिक भी ना अंतर समझ आता उसे

अंधेरी रात और दिन के काम में

वह ऐसे सवार हुआ है

प्यार के नाव में।।


नाम :- संदीप कुमार

पता :- दियारी (मजगामा)

जिला :- अररिया (बिहार)

फोन नं :- 7549995604

jisandeepkmandal@gmail.com

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