उसे अच्छा मान चुका था
झूठे किरदारों को वह
सच्चा मान चुका था।।
जो चलते हैं गिरगिट की चाल
उसे कच्चा मान चुका था
हजारों विध्वंस किए जिसने
उसे बच्चा मान चुका था।।
नहीं है उसके दिल में खोट कोई
यह संदेश दे चुका था
अरे मत करो मतभेद किसी से
यह उपदेश दे चुका था।।
मिटाकर नफरत सारे
चलो कहते हैं हम एक हैं
अनेक हैं हम नेक है हम
6000 भाषा है पर एक है हम
चिल्ला चिल्ला कर कह चुका था।।
पर यह लगता अधूरा सत्य है
इसीलिए किसी का अस्मत लुटा है
हां फिर किसी का घर से सर
और इस दुनिया से रिश्ता टुटा हैं।।
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