जज्बा-जुनून हो तन-मन में तो
वह आश किसी से न करती हैं
जो हाथ है,जो साथ है हमारी
उसी से नेकी करती है।।
टाल मटोल की न जरूरत
तनिक भी उसको पड़ती है
हृदय की गहराई से वह भक्त
भगवान की भक्ति करती हैं
जज्बा-जुनून हो तन मन......
जिससे उसको मुक्ती धाम की
प्रखर रास्ता मिल जाती है
और ना चाहें तो भी उसको
भगवान सरन में रख लेती है
जज्बा-जुनून हो तन मन......
चारों धाम की यात्रा बस वह
सेवा से ही पुर्ण कर लेती है
मंगल मय जिवन फल दायक
हर्ष उल्लास से कट जाती है
जज्बा-जुनून हो तन मन......
आज-कल की सारी चिंता
वह ईश्वर पर छोड़ देती है
डेली-डंडा लिए मनुष्य वह
जब सेवा में जुड़ जाती हैं
जज्बा-जुनून हो तन मन......
सारी दुख हर लेती उसकी
सुख से जीवन कटती हैं
जब माया संसार को छोड़कर
कोई सेवा कार्य में लग जाती है
जज्बा-जुनून हो तन मन......
नाम :- संदीप कुमार
पता :- दियारी (मजगामा)
जिला :- अररिया (बिहार)
फोन नं :- 7549995604
जीमेल :- jisandeepkmandal@gmail.com
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