शुक्रवार, 8 जुलाई 2022

एक कहानी प्यार की

 🌹एक कहानी प्यार की 🌹

जिंदगी जब चल पड़ी तो साथ कई पथिक चलने लगा खट्टी मीठी बातें और कड़वी - कड़वी कई यादास्ते सुनाने लगा जिसमें से एक कहानी प्यार की सुनाई जो हमारा दर्द बढ़ाने लगा , बेचैन धड़कन, आंखों में तड़प , सामने झलक कर आने लगा यह दास्ता बहुत कुछ बताने लगा कि जिस तरह लोग अपने जीवन में क्षण भंगुर प्यार का ढ़ोंग गढ़ते हैं एक साथ कई गलफ्रेंड - बॉयफ्रेंड बनाता हैं और आनंद लेता फिर आगे बढ़ जाता हैं जो कि किसी एक के जिंदगी के लिए बड़ी ही घातक शिद्ध होता है जिसके कारण जो बड़ा उम्र में होना चाहिए वहीं कच्चा उम्र में हो जाता है इसके कारण समाज में कई तरह का अस्थिरता उत्पन्न होती है जैसे कि पारिवारिक विवाद, असमझ , अनुशासन हिनता बचकाना गलती इत्यादि।

    उसी में से एक कहानी है प्यार कि जो बढ़ते उम्र के साथ खुद-बखूद हर किसी को कहीं न कहीं आकर्षित कर लेता है, उस आकर्षण के कारण छोटी मोटी गलती हो जाती है जिसके कारण कई जिंदगी बर्बाद हो जाती है तो कई जिंदगीया तबाह हो जाती है लेकिन उन्हीं में से दो-चार है जो कि सफल भी हो जाता है

      लेकिन जैसा कि एक व्यक्ति ने किसी के साथ धटीत हुआ धटना को बताया मैं उसी धटना को अपने शब्दों में बताता हूं इन्हें ने बताया कि एक लड़का जो पढ़ाई के लिए  पैसे लिए, टुईसन पढ़ा कर एकत्रित किए सभी अपने प्यार को प्राप्त करने के लिए उड़ा दिया और खुद न पढ़ कर बस उनकी यादों में खोया रहा और एक समय में जब वह अपनी मार्ग बदलने लगी तो उसे अपना भविष्य अंधकारमय दिखने लगा , तो भला अब कैसे यह बर्दाश्त होगा क्यों की जिसे प्राप्त करने के लिए सारा आलम झोंक दिया  वह आज अपने हाथों से निकल रहा है, औरों के साथ में जा रही है तो उसे गुस्सा आएगा ही स्वाभाविक सी बात है और उसी गुस्से को बर्दाश्त नहीं कर पाया जिसके परिणामस्वरूप अर्थ से अनर्थ कर दिया , क्योंकि उसे लगता है कि हमारे माता-पिता ने हमें जिस उद्देश्य के लिए धर से बाहर भेजा है मैं उस उद्देश्य को पूरा नहीं कर पा रहा हूं तो मैं अब जी कर क्या करु?

      चारों तरफ देखता है और जब उसे कोई नजर नहीं आता है तो वह हताश , निराश होकर सोचने लगता है कि अब हम समाज को कैसे अपना चेहरा दिखाएं , 

जिसके कारण वह कुछ सोच ना पाता है और अंतिम निर्णय पर पहुंचता है जो कि किसी भी तरह से किसी के लिए अनुकूल नहीं है परन्तु अपने जवाब देही से भागने के लिए एक अजीब मार्ग को अपनाता है जो सोच कर ही हमारे और आपके रौंगटे खड़े हो जाते है परन्तु वह अपने आप को उस के लिए तैयार कर लेते हैं, इस संसार को अलविदा कह देता हैं ।

    जो कि किसी के लिए न्याय संगत नहीं हैं भगवान न करे किसी के साथ ऐसा धटना घटित हो इसके लिए हमें और हमारे समाज को सजग और सावधान होना होगा और आवश्यकता के अनुरूप समय-समय पर ऐसे नवल नव युगल को मार्गदर्शन देना होगा जिससे कि खुद को विपरीत परिस्थिति में संभाल सकें।


नाम :- संदीप कुमार

पता :- दियारी (मजगामा)

जिला :- अररिया (बिहार)

फोन नं :- 7549995604

जीमेल :- jisandeepkmandal@gmail.com

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

जब मिट जाती हैं पटवन से प्यास

 सूखकर भूमि किसान का पानी को हो जाते हैं त्रास्त तब जाकर बादल हैं आते जब मिट जाती हैं पटवन से प्यास।। अच्छी खासी आंधी भी साथ है लाते कर देते...